मेरी अभी तक 6 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। सभी Amazon.in पर उपलब्ध हैं। किताबों के नाम इस प्रकार हैं: जे, बोध, ज़हनी अय्याशी एवं वो कहानी यही है।
माना आर्थिक मंदी है, मानसिक मंदी तो नहीं है।
जो हासिल नहीं है उसकी फ़िक्र क्यूं, जो हासिल है उसके लिए बेफिक्र क्यूं। मैं कुछ भी नहीं हूं मैं कुछ भी नहीं था, फिर मेरा इतना ज़िक्र क्यूं।।