II बिखरता हुं , लिखता हुं, संवरता हुं ll
कहतें हैं कि पिता दुख जताना नहीं जानता , परन्तु वह तो दुख जताना नहीं चाहता! कहतें हैं कि पिता दुख जताना नहीं जानता , परन्तु वह तो दुख जताना नहीं चाहता!