I'm Shashank and I love to read StoryMirror contents.
कभी काली घटा सावन की कभी आग लगती हो। कभी काली घटा सावन की कभी आग लगती हो।
न जाने कौन से पल में बिछड़ जाओ फिर तुम हमसे, न जाने कौन से पल में बिछड़ जाओ फिर तुम हमसे,