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कँपकँपाती ठंड में भी, हम तुझको हिम्मत की गर्म चादर, ओढ़ना सिखलायेंगे। ऐ जिन्दगी हम तुझको लड़ना ब... कँपकँपाती ठंड में भी, हम तुझको हिम्मत की गर्म चादर, ओढ़ना सिखलायेंगे। ऐ जिन्...
बारिश का बहता पानी हूँ पता है यूँ ही बह जाऊँगा, पर बहते-बहते बंजर पडी़ जमींं को भी हरा कर जाऊँगा। बारिश का बहता पानी हूँ पता है यूँ ही बह जाऊँगा, पर बहते-बहते बंजर पडी़ जमींं ...