रत्ना पांडे, खंडवा (मध्य प्रदेश) की रहने वाली हैं तथा इस समय वडोदरा (गुजरात) में रह रही हैं। देश की लोकप्रिय प्रकाशन संस्था "दिल्ली प्रेस" नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित होने वाली पत्रिका गृह शोभा, गृह लक्ष्मी पत्रिका तथा देश के विभिन्न कोनों से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र और पत्रिकाओं में इनकी... Read more
रत्ना पांडे, खंडवा (मध्य प्रदेश) की रहने वाली हैं तथा इस समय वडोदरा (गुजरात) में रह रही हैं। देश की लोकप्रिय प्रकाशन संस्था "दिल्ली प्रेस" नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित होने वाली पत्रिका गृह शोभा, गृह लक्ष्मी पत्रिका तथा देश के विभिन्न कोनों से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र और पत्रिकाओं में इनकी 400 से अधिक कविताएं, लघु कथाएं तथा कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं। इनका एक एकल काव्य संग्रह "दर्पण एक उड़ान कविता की" तथा 10 से अधिक सांझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । इनका दूसरा एकल काव्य संग्रह "प्रतिबिम्ब समाज का " तथा एक कहानी संग्रह शीघ्र ही प्रकाशित होने जा रहा है। अपनी कलम के माध्यम से इन्होंने अपनी भावनाओं को काग़ज़ के पन्नों पर स्थान दिया है। इनकी रचनाएँ मुख्यतः पारिवारिक संबंधों, नारी, देश-भक्ति तथा सामाजिक घटनाओं पर केंद्रित रहती हैं। सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा इन्हें सूर्य कांत त्रिपाठी निराला साहित्य सम्मान-2018, वर्तमान अंकुर साहित्य रत्न, काव्य सागर सम्मान तथा डिवाइन फेथ फैलोशिप सोसाइटी द्वारा साहित्य योद्धा सम्मान प्राप्त हो चुका है तथा ये स्टोरी मिरर द्वारा आयोजित 52 Weeks Edition 2 की विजेता हैं। Read less