जाओ! जरा उन लोगों से पूछो, जिनके पास घर या रिश्ते नहीँ, घर क्या होता है? रिश्ते क्या होते हैं?
किसी के आगे ज्यादा झुकने से, लोग स्वयम अपनी कद्र खो देते हैं
ये आवश्यक नहीं कि घर की बहु ही दुःखी रहती है। किसी- किसी घर के बुजुर्ग भी अपनी नम् आँखों को झुका लेते हैं, ताकि घर की बात घर ही में रहे।
ये आवश्यक नहीं कि घर की बहु ही दुःखी रहती है। किसी- किसी घर के बुजुर्ग भी अपनी नम् आँखों को झुका लेते हैं, ताकि घर की बात घर ही में रहे।
कुछ पाने के लिए, कभी कभी हम बहुत कुछ खो देते हैं।
कुछ पाने के लिए, कभी कभी हम बहुत कुछ खो देते हैं।
जो रिश्ते सच्चे दिल से निभाते हैं, वो अक्सर अकेले में रोते नजर आते हैं।
एक लेखक एक अच्छा इंसान होता है क्योंकि सबसे पहले वो अपने अंदर झांकता है।
अपने मन के विचारों को शुद्ध करें, सोच श्रेष्ठ रखें, तब कहीं भी इधर- उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।