Writer
पता नहीं क्यों रौशनी का धनवंती जी को गले से लगाना मुझे नागवार गुज़र रहा था। पता नहीं क्यों रौशनी का धनवंती जी को गले से लगाना मुझे नागवार गुज़र रहा था।