एक कवि की कलम ही उसकी सासें होती हैं ।
चमकना है गर सूरज की तरह जमाने में दिनकर सा पहले जलकर तो देखिए...2 चमकना है गर सूरज की तरह जमाने में दिनकर सा पहले जलकर तो देखिए...2