@rjmanishaonair
पर बस अब बख्श दो मुझे, मैं अब तुम्हारा और तुम्हारे क़दमों का बोझ और नहीं सह सकता। पर बस अब बख्श दो मुझे, मैं अब तुम्हारा और तुम्हारे क़दमों का बोझ और नहीं सह सकता।