मैं ज्योति! जयपुर की निवासी हूं ! ढाई साल से लेखन के क्षेत्र में कार्यरत!
हृदय में देश प्रेम का असीमित भंडार लिए हृदय में देश प्रेम का असीमित भंडार लिए
है अभिलाषा मानव से मानव का जुड़ता ये नाता हो है अभिलाषा मानव से मानव का जुड़ता ये नाता हो