कोई अता पता दिल का नहीं, जिस उम्र में मिली थी तुम, लिख तो दिया कसम की से आज से मेरा नहीं हो तुम, न जाने मगर क्यों तेरे दिल के कोई कोने में अब भी मेरा तस्वीर रखी हो तुम। समुद्र जैसा तेरा गहरा प्यार जाने अनजाने में मुझे कितनी बार अपने पास खींचा, और कितने बार वापस मुझे छोड़ दिया बहुत दूर तेरे से, और यह मेरा बेशर्म दिल अभी चाहता है, और बहुत चाहता है एक बार तेरे प्यार की समंदर में डूबने को फिर से।
हुआ तो कुछ भी नहीं मगर, मिले फुर्सत तो पूछ लो मेरी आंखों से रातें किसी अभी गुजराती है, अब तुम बिछड़ रही हो तो बरसात हो रही है। मेरे शौक भी थे बड़े अजीब हैं, जो देखना चाहे रोज तुझे करीब से, आंखों में मेरे आंसू देख होंठ रख दिया करती थी मेरे आंखों में, अब रुला रही है मुझे, कभी बहुत खुश था मैं जुड़ के जिस दिल से। अमरेश राऊत...
जब कभी लगाकर हाथ तुमने मुझे छुआ है, मिलाने को तुझे तड़पता दिल मेरा बहुत ज्यादा खुश हुआ है। फिर उस रोज रात तेज बुखार हो जाता, कैसा तेरा प्यार है जो मरीज बना दिया मुझे, देखा जब तेरी नशीली आंखें और शरारती होठों को रात सपनों में, बुखार हुआ कर के भी बताना भूल गया हूं तुम्हें, हाय मेरी जान यह भी क्या मुसीबत है। अमरेश..
बिना बातें किए कर रहा हूं प्यार तुझसे वह है मोहब्बत, बिना मिले तेरे से कर रहा हूं प्यार वह है मोहब्बत, छूना तुझे तमन्ना है मेरा भी फिर भी कर रहा हूं प्यार वह है मोहब्बत, जुदा होकर भी कर रहा हूं प्यार दिल से शायद वह है मोहब्बत, हर रोज बिना तेरी तस्वीर देख तुझे सोचना वह है मोहब्बत, मेरी जान तेरे लिए था मोहब्बत, रहेगा सालों साल तेरे लिए यही मोहब्बत।
कभी प्यार था तो मेरे हंसना और रोना से फर्क पड़ता था तुझे, लेकिन अभी तो तुम भी दूर रहना चाहती हो मेरे से इसीलिए मैं भी कोशिश कर रहा हूं दूर जाने को तेरे से, जितना भी कोशिश करूं दूर ना कर सका तुझे, सोचता हूं कैसे यह बात बताऊं तुझे कि अब तेरी आदत लग गया है मुझे, कभी वक्त मिले तो जरा अपना तरीका मुझे भी बता कैसे दूर कर दी इतना आसानी से अपने दिल से मुझे। अमरेश रावत.....
बिना बातें किए कर रहा हूं प्यार तुझसे वह है मोहब्बत, बिना मिले तेरे से कर रहा हूं प्यार वह है मोहब्बत, छूना तुझे तमन्ना है मेरा भी फिर भी कर रहा हूं प्यार वह है मोहब्बत, जुदा होकर भी कर रहा हूं प्यार दिल से शायद वह है मोहब्बत, हर रोज बिना तेरी तस्वीर देख तुझे सोचना वह है मोहब्बत, मेरी जान तेरे लिए था मोहब्बत, रहेगा सालों साल तेरे लिए यही मोहब्बत। Amresh Rout..