I'm ritu and I love to read StoryMirror contents.
दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर, दुःख को दूर कर, सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर,
सिसक रही हर घर में सीता, आके जरा बचाओ राम। सिसक रही हर घर में सीता, आके जरा बचाओ राम।
शब्द रचे जाते हैं, शब्द गढ़े जाते हैं। शब्द रचे जाते हैं, शब्द गढ़े जाते हैं।
समय पुराना था, खिलौनों की कमी थी। फिर भी मोहल्ले भर के बच्चों के साथ खेला करते थे। समय पुराना था, खिलौनों की कमी थी। फिर भी मोहल्ले भर के बच्चों के साथ खेला...