कवयित्री
इस तरह वह दर्द से कराहती, कलपती, अंजलि भगवान को प्रिय हो जाती है। इस तरह वह दर्द से कराहती, कलपती, अंजलि भगवान को प्रिय हो जाती है।
एक ख्वाहिश थी कि बड़ी होकर मम्मी के साथ रहकर काम में हाथ बटाऊंगी। एक ख्वाहिश थी कि बड़ी होकर मम्मी के साथ रहकर काम में हाथ बटाऊंगी।