हमारे अध्यापन कार्य में आने के बाद हमने अध्यापन कार्य के साथ साथ दुसरे कार्य अंशकालिक जैसे दीवार चित्र, स्लोगन लेखन आदि कार्य पहले सीखा फिर उन पर कार्य किया।
मैं हूं हवा, मुझे रहने नहीं देंगे फैक्ट्री व गाड़ियों वाले। मैं हूं हवा, मुझे रहने नहीं देंगे फैक्ट्री व गाड़ियों वाले।
हर कोई जीना चाहता है, शानो-शौकत और ईमान से। हर कोई जीना चाहता है, शानो-शौकत और ईमान से।
मैं कौन तू कौन पर मची है खलबली मैं कौन तू कौन पर मची है खलबली
कुछ भी हो फिर भी हंसा करते है... ऐसा सोचकर जिंदगी जीनेवाले कितने लोग होगे... है ना...? कुछ भी हो फिर भी हंसा करते है... ऐसा सोचकर जिंदगी जीनेवाले कितने लोग होगे... है ...
साठ के जब मैं पार हुआ साठ के जब मैं पार हुआ
मुझ से ही है जहां, मुझ से ही है जहां,