I'm Anupriya and I love to read StoryMirror contents.
तुझे लिखा है आज यूँ ही, उम्मीद है तुझे ऐतराज़ नहीं। तुझे लिखा है आज यूँ ही, उम्मीद है तुझे ऐतराज़ नहीं।
तू मुसाफिर है या मंज़िल, मैं नहीं जानती। तू मुसाफिर है या मंज़िल, मैं नहीं जानती।