I'm एम एस and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsआँखों से... दिखने में तो पानी जैसा, स्वाद में है नमकीन बन पाया अहसासों से, भरा हुआ जज्बातों से इन आँखों से निकला बूँदें बनकर के जो नीर छलका आँखों से बन मोती, हो गया अनमोल. सुबोध उमराव