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शायद कोशिश उसकी रंग ला रही थी शायद पंछी में जान आने भी लगी थी। शायद कोशिश उसकी रंग ला रही थी शायद पंछी में जान आने भी लगी थी।
पिंजरे में रहकर ही आसमान के ख्वाब देखता रहता था। पिंजरे में रहकर ही आसमान के ख्वाब देखता रहता था।