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दूर दूर तक बिखरा आसमां कौन सा तारा देखूं मैं, ये कितनी गहरी है निशा, तुम्हें कैसे पहचा दूर दूर तक बिखरा आसमां कौन सा तारा देखूं मैं, ये कितनी गहरी है निशा, तुम्हें ...
दूर दूर तक बिखरा आसमाँ, कौनसा तारा देखूँ मैं। जीवन का हर पल है एक चुनौती, इसे कैसे समझाऊँ मैं। दूर दूर तक बिखरा आसमाँ, कौनसा तारा देखूँ मैं। जीवन का हर पल है एक चुनौती, इसे...