22 वर्षों से अध्यापन कार्य, 23 वर्षों से लेखन कार्य, कवि, कहानीकार, नज़्मकार, ग़ज़लकार। प्रसून पंखी, बाअदब, धूप और बारिश, आखर आखर रेत - चार पुस्तकें प्रकाशित. सम्प्रति बिहार सरकार शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षक, संस्कृत
दुनिया में कोई भी सम्पूर्ण नहीं।
दुनिया में किसी का नहीं चलता। केवल उसी ☝️का चलता है!!