अफसाना लिखता हूं कुछ फसाना लिखता हूँ कुछ दिल के जज्बात लिखता हूँ, मैं कोई कवि या शायर नहीं हूं बस जो दिल कहे मेरा मैं वो बात लिखता हूँ । संजू निर्मोही
हमारे घर की इज्जत किसी की रखैल हो गयी, गुनाह किसी का था और हमें जेल हो गयी। हमारे घर की इज्जत किसी की रखैल हो गयी, गुनाह किसी का था और हमें जेल हो गयी।