STORYMIRROR

यहां हर...

यहां हर शख्स में छुपा बैठा इक मदारी है, उसी का डमरू उसके बोल उसी की इच्छा सारी है, नीयत की जहां देखो वहीं नकली बाजारी है, यहां बस आईना है जिंदा जो सच बताता है, वर्ना चस्मदीदों की ना जाने क्या लाचारी है। - नीलम दुबे।

By Neelam Dubey
 434


More hindi quote from Neelam Dubey
24 Likes   0 Comments
31 Likes   0 Comments
15 Likes   0 Comments
17 Likes   0 Comments
19 Likes   0 Comments