STORYMIRROR

टूट जायें...

टूट जायें जब कुछ सपने और रूठ जायें जब सारे अपने, फिर भी साँस को थामो बिना वज़ह चाहे जैसे, ज़िन्दगी है कीमती कहीं फिसल जाये इस डर से संभाल लेना चाहिए, क्यूँकि ज़िंदा रहने के लिए बस एक नया ख्वाब चाहिए |

By Stuti Srivastava.
 186


More hindi quote from Stuti Srivastava.
12 Likes   0 Comments
25 Likes   0 Comments
19 Likes   0 Comments
13 Likes   0 Comments
26 Likes   1 Comments