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संसार में हिम्मत कि बड़ीं किमत हैं।
जैसे
ध्रुव जी छोटी उम्र में तपस्या कर संसार मेंअमर हो गए।
पांच पाडंवों ने बहूसंख्य कौरव सेना को महाभारत के रणक्षैत्र में हरा दिया।
हड़वत सच्चा पायक रामचन्द्र का
संजीवनी लाकर लंकापति से रामचन्द्र युद्ध में भरत कि जान बचाई युद्ध में विजय दिलाईं थीं।
हरे वृक्ष बचानेअमृता देवी 363बिश्नोई खैजड़ली जोधपुर में12दिसंबर सन्1730मारवाड़ रियासत सेना सेशीश कटवाकर शहीद हुए।
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