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स्कूल के...

स्कूल के दिन। 1932021 928Am। सुमित आँखें मींच-मींच कर पढ़ रहा था। पापा जी : बेटा ये आँखें मींच-मींच कर कैसे पढ़ रहे हो। सुमित : पापा जी मैं अंधाधुंध पढ़ाई-लिखाई कर रहा हूँ ताकि खूब नाम यश प्रसिद्धि कीर्ति मिले।

By Sumit. Malhotra
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