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शीशा हो या दिल एक दिन टूट जाता है
रिश्ता कितना भी प्यारा हो एक पल में छूट जाता है
आपके गाने सुन वो तराने सब याद आयेंगे
आपके गीत गुनगुनाते सब फसाने याद आयेंगे
लता दीदी आप पंचतत्व में विलीन हो गई
शिवाजी पार्क में आज आपकी शव देख आंख नम हो गई
आप अपने गीतो के माध्यम से सदैव अमर रहेंगी
लता दीदी आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी
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