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शारिरिक बिमारी ईलाज दवाई से संम्भव हैं।
वैचारिक बिमारी लाइलाज होती हैं।
वैचारिकता में शुद्धता बहुत महत्वपूर्ण हैं।
वैचारिकता में उच्च विचार रखिएगा।
पक्षपातपूर्ण विचारधारा का परित्याग किजियेगा।
जियोऔर जिने दो।
अंहिसा वादी महान सोच का समर्थन किजियेगा।
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