STORYMIRROR

प्रेम और...

प्रेम और सम्मान दो ऐसी भावनाये है जिनके चलते सतत व निष्कंटक जीवन प्रवाह की सम्भाव्नाये प्रशस्त होती है १००% तो कुछ भी नही होता इस क्षण भंगुर जगत में एक अबोध बालक / अरुण अतृप्त

By DR ARUN KUMAR SHASTRI
 393


More hindi quote from DR ARUN KUMAR SHASTRI
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments