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प्रेम अन्तर्मन में निहित एक विशेष अनुभूति है, जो हमारे अन्तर्मन को पवित्र और सुन्दर बनाती है।
कहा जाता है कि प्रेम के बिना मनुष्य निर्जीव एवं प्राणरहित है। केवल ढाई अक्षर का यह शब्द 'प्रेम' हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है।
जीवन के हर मोड़ पर हमें प्रेम बनाता है,कभी प्रेम हमें भावुक और कमजोर भी बना लेता है।
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