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#नज़ाकत...

#नज़ाकत # हमसफ़र संग ज़िन्दगी के सफ़र में रूहानियत भरपूर थी, तुम,तुम्हारे लिए और तुम्हीं तक ज़िन्दगी की हर चाह थी, रिश्ते में थोड़ी मर्यादा,थोड़ी रुस्वाईया थोड़ी इज्जत भी थी, पर रोज रोज के क्लेश ने रिश्ते की रूहानी नज़ाकत तोड़ दी।। 📝संगीता अशोक कोठारी 📝

By Sangeeta Kothari
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