STORYMIRROR

नीर लबों से...

नीर लबों से लगे तो तृष्णा मिटाता है, आँखो में उतरे तो शर्म बन जाता है, गर्भ में हो तो शिशु का जीवन बन जाता है, पार्थिव होते ही पुन: जल मे समा जाता है..! ये जल है, जल यूँ ही नहीं जीवन कहलाता है..!! Aishani

By Aishani Aishani
 29


More hindi quote from Aishani Aishani
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments
1 Likes   0 Comments