“
नारी पर गंदी नज़र डालकर...
आज नारी की पुजा कर रहे हो....
नारी का अपमान कर,अपनी प्यास बुझाकर
आज नारी से ही वरदान मांग रहे हो....
एक नारी को अबला समझ बलात्कार तुम करते हो...
महिषासुरमर्दिनि के रूप में एक नारी को ही पुजते हो...
हर नारी में दुर्गा माँ का वास होता है...
हर अबला के ऊपर उस माँ का आशीर्वाद होता है...
”