“
मुझे मजबूर करके स्वपक्षीय बनाने कि तेरी
नापाक हरकत से वाकिफ हूँ।
तेरे इशारे पर हॉ मैं हॉ मिलाऊँ।
मैं वो बंदा नहीं।
मेरा तो खून खोलता हैं।
एकपक्षियों को देखता हूँ।
मेरे सामने झूठ फैलाते हुए।
माफी चाहता हूँ।
तुम्ह जो चाहते हो।
ऐसा मैं कभी नहीं
कर सकता।
यह तेरी वैरथ माथापच्ची हैं।
”