“
मेरे प्रभु जि
सु२ेरा चन्द्र पाढी
मेरे प्रभु जि तुम हे इतनी विनति
देना हमेसा हमे सद् बुधि
तुमहारे बिना कोई अपना नोहि है
तुम ने इस जगत को बनाया है
हमारा साथ तुम सदा २हना
कभि साथ हमारा नो छोडना
तुम को हमने अपना बनाया
तुमारे लिए दुनिया छोड़ दिया
धन जन सम्मान सब तुम ह२ा है
हमने तुम है दिल में वसाया है
बुगुड़ा, गंजाम
”