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क्यों लोग सच को झूठ और झूठ को सच साबित करने लगे हैं आज?
क्यों मानवता के अंदर सच्चाई नहीं रही आज?
क्यों सच से ज्यादा झूठ अच्छा लगने लगा है सबको आज?
क्यों सच को दबाने की कोशिश की जाती है आज? क्यों हर तरफ झूठ ही नजर आने लगा है आज?
क्यों लोग इसका जवाब नहीं देते आज?
क्यों लोग सच को झूठ और झूठ को सच साबित करने लगे हैं आज?
By Sweta Dhandel
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