“
*क्षमा याचना*
मेरे अहंकार से यदि मैंने किसी को नीचा दिखाया हो, मेरे क्रोध से यदि किसी को दुःख पहुंचाया हो, मेरे ना से किसी की सेवा में,
दान में बाधा आयी हो,
मेरे शब्दों से जो किसी के ह्रदय को ठेस पहुंचाई हो, जाने अनजाने में यदि में आपके कष्ट का कारण बनी हूँ,
मेरे कारण किसी को उद्धेग हुआ हो,
पुरे बरस मेरे द्वारा जाने अनजाने में, बोल चला में, हंसी मजाक में, आमने सामने या फोन पर, आपका मन दुखाया
”