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क्रोध लोभ...

क्रोध लोभ से उत्पन्न होता हैं , असूया से बढ़ता हैं और क्षमा से रुक कर अंततः इसी से नष्ट हो जाता हैं | प्रभात

By प्रभात मिश्र
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