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कोई मायने नहीं रखता है कि व्यक्ति कैसा है,उसके मन में क्या
मायने ये रखता हैं कि उसका रिश्ता आपके साथ कैसा है,वो आपकी कितनी रेस्पेक्ट हैं ,एहतराम करता हैं,उसके मन में क्या फीलिंग्स हैं इससे फर्क नहीं पड़ता,फर्क इससे पड़ता है कि आपको क्या सलाह देता,आपके साथ कैसा है,आपकी कितनी इज्जत करता हैं,आप उसके साथ कितने सिक्योर हों
व्यक्ति बुरा हो सकता है मगर वो आपके साथ अच्छा हैं तो वो अच्छा है,
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