“
के जब तक में तेरी पाबन्दियों में
खुद को आज़ाद महसूस करती हूं
हां तब तक में आपने दिल को तेरे लिए
बेक़रार महसूस करती हू
के जब तक में तेरी नाराज़गी में
खुद को खुश बेहिसाब महसूस करती हूं
हां तब तक में दिल में आपने ,
इश्क तेरे लिए बेशुमार महसूस करती हूं....
”