STORYMIRROR

कदम कदम...

कदम कदम पर तेरे न होने के एहसास ने जिन्दा रखा एक आश जो थी के तुम मिल जाओगे फिर से किसी कच्ची-पक्की सड़क किनारे धुप सेंकते, कभी कोई एक माघ में ।

By Adyasha Das
 32


More hindi quote from Adyasha Das
0 Likes   0 Comments