STORYMIRROR

इंसान लालच...

इंसान लालच में खोता जा रहा है क़ुदरत के लिए दोगला होता जा रहा है सच कहूँ तो दुनिया में ही है सुकून दुनियादारी में तू बस रोता जा रहा है।

By Fardeen Ahmad
 379


More hindi quote from Fardeen Ahmad
21 Likes   0 Comments
18 Likes   0 Comments