“
हर पल सांसें टूट रहीं हैं
उम्मीद की किरणें डुब रहीं हैं
इंसान सांसों के लिए तड़प रहा है
जिने को लड़ रहा है
हर लम्हा कोई जिंदगी हार रही है
ये महामारी किसी ना किसी को मार रही है
ये कैसा भयानक मंजर दिखाया है
ऐ ईश्वर ये तू कैसी तबाही लाया है
- Sapna Aggarwal
”