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हमें ये कभी नहीं भूलना चाहिए की हम आज जो कुछ भी हैँ इसमें हमारे माँ बाप, दोस्त, रिश्तेदारों और सहकर्माचारियों का बहुत बड़ा योगदान है | और सब से बड़ी बात, जिस ईश्वर के मर्ज़ी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता है, उस ईश्वर की गरिमा और कृपा को हमेशा याद रखना चाहिए और शुक्रगुजार होना चाहिए |
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