“
हकीकत को बयां करने से पहले, हकीकत जान लेता हूं..
देर से ही सही, दोस्तों या विरोधियों को पहचान लेता हूं..
कम उम्र में ही जिंदगी ने बहुत कुछ सिखा दिया था..
खुद अपने फैसले पर अमल कर, खुद ही गलतियों को मान लेता हूं..
कभी-कभी, किसी-किसी, बात पर आंखें तान लेता हूं..
अगर दोष मेरा हो, तो फिर न होगा ऐसा, आगे ध्यान देता हूं..
”