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एक ही चेहरे की अहमियत
हर नजर में अलग सी क्यूँ है?
उसी चेहरे पर कोई खफा
तो कोई फिदा सा क्यूँ है ?
गौरतलब है कि इंसान का चेहरा कमोबेश एक समान ही होता है लेकिन स्वभाव मुख्तलिफ होता है जो दो इंसानो के दरमियान नज़दीकियां या फिर दूरियां बढ़ाने में अहम रोल अदा करता है, यानी आपसी रिश्तो में तब्दीली आने लगती है ✍️
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