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*दो ही चीजें ऐसी हैं जिन्हें देने में*
*किसी का कुछ नहीं जाता...*
*एक "मुस्कुराहट" और दूसरी "दुआ"*
*हमेशा बाँटते रहिए...*
*हमेशा बढ़ती रहेगी...!!*
*मौन" और..."मुस्कान"...दोनों का "इस्तेमाल" कीजिए,*
*मौन "रक्षा-कवच" है...तो मुस्कान "स्वागत-द्वार"...*
🌹 *🙏🏻। डॉ बृजेश महादेव।🙏🏻* ⚜️
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