STORYMIRROR

दिलबर के...

दिलबर के दीदार को तरसती हैं निगाहें, और जुदाई में तो चाँद की ठंडक से भी निकलती हैं जलन की आहें। फिर चकोर की चाहत परवान चढ़ी है, ज़रा देखो आज चाँद की रोशनी बढ़ी है। गौर किया जब चाँद की खूबसूरती पर, तब याद आया, कि ऐसा ही तो दिखता है मेरा दिलबर।

By Vaidehi Singh
 467


More hindi quote from Vaidehi Singh
15 Likes   0 Comments
21 Likes   0 Comments
31 Likes   0 Comments