“
दिल के झरोखे में अक्सर दस्तक देती है तेरी यादें,
कहने को तो चांद सूरज बन जाते हैं हम प्यार में
पर, सही में दिल को झिंझोड़ कर रखती है तेरी बातें।
क्यों ना हुआ पूरा जो ख़्वाहिशों के जलाए थे तुमने दिए,
कहने को तो अच्छाइयों का साथ देता है यह जमाना
पर, आज हमारे नसीब में लिखी गई यह बेरहम जुदाई है।
”