STORYMIRROR

डॉ अरुण...

डॉ अरुण कुमार शास्त्री- एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त नाराज़गी बहुत कोमल होती है और प्रेम का स्पर्श पाते ही ढेर हो जाती है* और प्रेम बहुत कठोर होता है बड़ी से बड़ी नाराजगी को भी झेल लेता है ||

By DR ARUN KUMAR SHASTRI
 17


More hindi quote from DR ARUN KUMAR SHASTRI
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments
0 Likes   0 Comments