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डा . अरुण...

डा . अरुण कुमार शास्त्री समानुपात - विग्रह - सम + अनुपात = अर्थात् कोई भी वस्तु , भाव व क्रिया - यदि ऐन्द्रिय रुपेंण सम अनुपात मे है तो उसका होना जीवन में लाभकारी है - जैसे सुख भी यदि जरुरत से अधिक मिलता है तो विष प्रभाव छोड्ता है -

By DR ARUN KUMAR SHASTRI
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