STORYMIRROR

चलते—चलते...

चलते—चलते मुकम्मल होंगे सपने कभी... पर राहों में कांटे आयेंगे कई... आंखें क्यों नम करते हो जनाब... आज नही तो कल वो ख्वाइश पूरे करेंगे हम भी....

By Ashwin Kumar Lihala
 348


More hindi quote from Ashwin Kumar Lihala
24 Likes   0 Comments
25 Likes   0 Comments
21 Likes   0 Comments